बॉलीवुड की उभरती अभिनेत्री ऋचा चड्ढा पर एक नज़र
अपनी एक्टिंग के जलवे बिखेर चुकी ऋचा चड्ढा आज बॉलीवुड में अपना अच्छा खासा नाम बना चुकी हैं. फिल्म 'ओये लकी लकी ओये' से बॉलीवुड में अपना करियर शुरू करने वाली ऋचा ने कई बॉलीवुड मूवीज में सपोर्टिंग एक्टर के रूप में अपने किरदार को पेश किया है. फिल्म 'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' में उनके किरदार को काफी सराहा गया था. बाल दिवस के मौके पर बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ बातों को साझा किया और बताया कि किस प्रकार आजकल के बच्चे सिर्फ मोबाइल और वीडियो गेम्स की दुनिया में गिरफ्तार होकर रह गए हैं. प्रॉपर डाइट, पौष्टिक खाना और तन-मन की तंदरुस्ती न मिलने के कारण बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है.
पहले और अब के बचपने को लेकर ऋचा कहती हैं बच्चों की स्थिति देखकर ऋचा चड्ढा को बुरा लगता है. आज के बच्चों की परिवरिश और उनके बचपने को लेकर ऋचा पहले तो अपना अनुभव शेयर करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि, 'मेरे बच्चे थोड़े न हैं! मुझे नहीं पता'.
लेकिन जब उनसे पूछा कि आप अपने बचपने और आज के बच्चों के बचपन को देखकर जो ऑब्जर्व करती हैं, उस आधार पर आज के बचपने को लेकर क्या कहेंगी? इस पर वे थोड़ा अफसोस जताते हुए कहती हैं - 'मुझे लगता है कि आज के बच्चे वीडियो गेम और फोन पर ज्यादा लगे रहते हैं.
तो उनकी वर्जिश बिल्कुल नहीं होती, इसलिए वे मोटे और वीक हो जाते हैं. आज के बच्चे पेड़ पर तो बिल्कुल चढ़ते ही नहीं हैं और नेचर में भी नहीं घूमते हैं. इसकी एक वजह यह भी है कि मुंबई जैसे शहर में बिल्डिंगें ज्यादा हैं.
यहां नेचर मिलना मुश्किल है. बच्चे पर्यावरण से काफी दूर होते जा रहे हैं. यह बड़े दुख की बात है कि उन्हें खेलने-कूदने की जगह नहीं मिलती. यह देखकर थोड़ा बुरा लगता है'.