स्कूल के दिनों में हमारे टीचर्स जरूर कहते थे हमें यह सब बातें
आज हम आपको बचपन में ले जाने आए है। कुछ भी हो लेकिन हमारा बचपन जितना सुहावना रहा है उतना कुछ और नहीं हो सकता। क्योंकि बचपन से प्यारी कोई चीज़ नहीं है और ना ही हम बचपन को वापस पा सकते है। बचपन के दिन, स्कूल के दिन, खेलकूद के दिन और भी बहुत कुछ। सबसे ज्यादा मस्ती कभी की है तो वो बचपन में ही की गई है। ऐसे में आज हम आपको वहीँ दिन याद दिलाने आए है जब हम स्कूल जाया करते थे और टीचर हमे हर बात पर टोका करते थे। आइए बताते है
लड़के लड़की अलग अलग बैठेंगे।
तुम्हे पानी पिने क्यों जाना है
दिनभर टॉयलेट ही जाते रहते हो।
तुम्हारे दूसरे होमवर्क से मुझे कुछ मतलब नहीं है मुझे मेरा होमवर्क पूरा चाहिए।