ये है वो पांच कारण जो महिलाओं को श्मशान जाने से रोकते है

श्मशान की बात की जाए तो हमारे हिन्दू धर्म में श्मशान में लड़कियों को नहीं ले जाया जाता है, ना ही कोई महिला वहां पर प्रवेश कर सकती है। कहते है की कभी भी किसी भी महिला या लड़की को श्मशान में नहीं जाना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहें है कि अंतिम संस्कार के दौरान आखिर क्यों नहीं जाना चाहिए महिलाओं को श्मशान में या क्यों नहीं जाती महिलाएं श्मशान में।

कहते है की जब किसी लाश को श्मशान ले जाया जाता है तो घर की सफाई अवश्य की जाती है जिससे की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश ना कर सके, इस वजह से महिलाओं को घर में छोड़ दिया जाता है।

जब किसी अपने की मौत होती है तो महिलाएं बहुत रोती है और कहते है श्मशान में उस व्यक्ति के लिए महिलाओं का रोना अशुभ होता है जो मर गया है इससे उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती।

कहते है कि परिवार के जितने लोग अंतिम संस्कार करने जाते है उन्हें गंजा होना पड़ता है यह भी एक कारण है की महिलाओं को श्मशान नहीं ले जाया जाता है।

महिलाओं का दिल बहुत कमजोर होता है और वे खून, जलना, भयानक दृश्य नहीं देख सकती है यह भी एक वजह है की महिलाओं को श्मशान नहीं ले जाया जाता है।