दुनिया के कुछ ऐसे लोग जो सफर को सफर नहीं घर समझते है
आप सफर पर निकलते हैं तो कुछ इस तरह से निकलते हैं कि घर के काम सब घर पर ही निपटा लेते हैं। ताकि आपका सफर अच्छे से बीते। और आराम से सफर कर सके। लेकिन कुछ लोग होते हैं जो इसकी परवाह नही करते, कि लोग क्या सोचेंगे। जी हाँ,कुछ लोग ये भूल जाते हैं कि वो सफर कर रहे हैं। और कई बार ऐसे काम करने लगते हैं जैसे की घर पर बैठे हो। और जिनको दुनिया की कोई परवाह नहीं होती, वो बस अपने में ही खुश रहते हैं।
दरअसल, जो वो कर रहे होते हैं उसे करने की हिम्मत सिर्फ़ उन्हीं में होती है। तो चलिए आज आपको मिलवाते हैं कुछ ऐसे ही लोगों से जो सफर तो कर रहे हैं लेकिन सफर के समय का पूरा और भरपूर उपयोग भी कर रहे हैं। ऐसे ही एक शानदार सफ़र पर हम आपको लेकर चलते हैं।
* इन्हें बस अपने मज़े से मतलब है। * सबको पता होना चाहिए घर में क्या पकने वाला है। * इसका क्या मतलब निकाल सकते हैं आप। * अब जब इन्हें ही फ़िक्र नही है तो हम क्या बोल सकते हैं। * जब लड़कियां लड़कों के फैशन अपना सकती हैं तो फिर ये क्यों नही। * ये हैं आड़ में झाड़,मेरा मतलब झाड़ में इंसान। * हमे दूसरों से क्या मतलब। * नींद से तो सब परेशान हैं। * कम से कम ये काम तो घर के लिए ही छोड़ देते। * ये पता नही क्या चाहते हैं।