होली में कुछ ऐसी हो जाती है हालत भांग पीने के बाद
होली के दिन हो और भांग का नशा ना हो ऐसा कभी हो सकता है? नहीं ना भांग होना तो होली में बेहद जरुरी होता है। होली में सबसे ज्यादा अगर किसी चीज़ की जरूरत पड़ती है तो वो होती है भांग। भांग पिए बिना होली कोई होली होती है क्या ? भांग पीने को भोलेनाथ का प्रसाद कहा जाता है। आज हम आपको बताने जा रहें है है की होली पर भांग पीने के बाद लोगो के अनुभव कैसे होते है।
इन्हें देख लीजिए। भांग पीने के बाद कई लोगो को कुछ ऐसा ही फील होता है जैसे वो बॉर्डर पर लड़ाई करने पहुँच गए हो।
कई लोग ऐसे होते है जिन्हें भांग इतनी ज्यादा चढ़ जाती है की उन्हें अगर 5 मिनिट की दुरी पर भी कहीं जाना हो तो उन्हें ऐसा लगता है की जैसे माउंट एवरेस्ट की चढाई करनी हो।
घण्टी का घन्टा, कुछ लोगो को तो ऐसा फील होता है जैसे उनके पास खूब सारी घण्टियाँ बज रहीं हो और वो किसी मंदिर में हो।
भगवान भोलेनाथ को भांग पीने के बाद जितना याद किया जाता है उतना कुछ और याद नहीं रहता।