कंबाला रेस के ये फोटोज कर देंगे आपको हैरान
आप सभी को बता दें कि बीते 700 सालों से कर्नाटक के तटीय इलाक़ों में हर साल 'भैंसा दौड़' आयोजित होती है. इसे कंबाला रेस के नाम से जाना जाता है. इस रेस का आयोजन मुख्य रूप से धान की दूसरी फ़सल काटने के बाद किया जाता है. कहा जाता है इस आयोजन के उद्घाटन समारोह के दौरान बड़ी मात्रा में किसान अपने भैंसों के साथ जुटते हैं. वहीं इस दौरान भैंसों को सजाया जाता है और तेज़ दौड़ने के लिए तैयार किया जाता है. यह दौड़ परंपरागत रूप से स्थानीय तुलुवा ज़मींदारों और दक्षिण कर्नाटक और उडुपी के तटीय ज़िलों व केरल के कासरगोड द्वारा आयोजित की जाती है. यह पर्व 'भगवान शिव' के अवतार कहे जाने वाले 'भगवान मंजूनाथ' को समर्पित माना जाता है. कहते हैं इस खेल के ज़रिए अच्छी फ़सल के लिए भगवान को ख़ुश किया जाता है. इसके अलावा एक अन्य मान्यता यह भी है कि ये शाही परिवार का खेल हुआ करता था. फिलहाल आप देखिये कंबाला रेस के फोटोज.