आखिरकार मिल ही गया किन्नरो को समानता का अधिकार, शुरुआत की रेलवे ने
देश में हर व्यक्ति को समानता मिली हुई है। हर व्यक्ति को बराबर का हक है ऐसे में किन्नरो को कई हक नहीं मिल पाए है जो मिलने चाहिए। क्योंकि इंसान यह सोचता है कि हिजड़ो का कद हमारे कद से बहुत ही छोटा है। उन्हें कोई सम्मान का अधिकार नहीं है। लेकिन अब लोगो की सोच बदलती जा रही है लोग अब किन्नरो को बराबर का हक देने को तैयार है।
इसी के चलते रेलवे में भी एक बहुत ही अच्छा काम हुआ है, दरअसल में रेलवे में अब टिकट आरक्षण, रद्द कराने के फॉर्म में महिला और पुरुष के साथ-साथ ट्रांसजेंडर का विकल्प भी शामिल करने का निर्णय किया गया है। यह बहुत ही अच्छी बात है। ऐसा करना एक बहुत अच्छा काम है इस काम को हम काफी सराहनीय मानते है।
अब से यह होगा की ट्रांसजेंडर्स भी फॉर्म भरने में यह नहीं सोचेंगे की हम महिला में टिक करे या पुरुष में। रेलवे के इस कदम से ट्रांसजेंडर्स काफी खुश है। अब सभी की नागरिकता बराबर की है।
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