इन्दौरी तड़का : भिया ये पद्मावती पद्मावती कुछ जादा नी हो गया
हाँ बड़े ऐसा ही हो रा है आजकल यई हो रिया है जिसको देखो वो पद्मावती पद्मावती करे जा रिया है. मतलब हद ही कर दी है लोगो ने ना देखी ना सुनी ना कुछ बस लगे है बैन करवाने पे. अरे बावा कुछ तो छोड़ दो यार ऐसा थोड़ी होता है कि तुम ना देखो ना जानो और बैन कि मांग करो. मेको तो ये सम्पट नी पद रिया है कि आखिर क्या चाते क्या है ये राजपूत. मतलब वो मूवी है बस मूवी अब मूवी में गाना नी होगा तो क्या मजा साला वो घूमर क्या दिखा दिया उसी को बैन करवाने में पड़े हुए है. मतलब राजकपूत महिलाओं को तो देखो ऐसी जोशीली हुई जा री है कि बीएस कभी. बड़े हम इंदौर वाले तो भारी स्पोर्ट में है कि पद्मावती मूवी रिलीज होनी ही किए अब कुछ बी हो मूवी तो रिलीज कर ही दो बावा.
बड़े ये राजपूतो को समझाओ कि वो मूवी है मूवी और कुछ नी जो ये इत्ते नाटक करे जा रिए है. मतलब मूवी में तो डांस चलेगा ना कौन सा उसमे सब रियल में हुआ जा रिया है. तुम तो मूवी देखो और फिर बोलो कि उसमे कुछ गन्दा है, उसमे कुछ बुरा है, तो बैन करने में बी सम्पट पड़ता है अब बिना देखे ही इत्ते काण्ड हो रिए है तो कुछ सम्पट ही नी पद रिया है कि चल क्या रिया है ये यां पे.
इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौरियों से कोई जीत ही नी सकता कबी बी