इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौर के लोगो की ज़िंदगी भी स्क्रीनशॉट हो गई है हर कोई लिए ही जा रिया है
हाँ बड़े फिलहाल तो ऐसा ही हो रिया है जिसको देखो लिए जा रिया है। हर एक की ज़िंदगी की यहाँ पे लगी पड़ी है सब कोई लेने में लगे है। जिसको देखो वो स्क्रीनशॉट जैसे ज़िंदगी की वाट लगाए हुए है। जैसे छोरियों का हथियार आजकल मोबाइल पे स्क्रीनशॉट हो गया है वैसे ही यहाँ पे लोगो की ज़िंदगी बी अब स्क्रीनशॉट हो गई है। हर कोई लेने में पीछे हटने को तैयार ही नी है। बड़े कसम से भोत लपक के गलत गलत काण्ड हो रिए है। इंदौरियों की ज़िंदगी तो पेले ही खराब है पेले ही उनकी लगी पड़ी रेती है और ऊपर से लोग और लगा देते है।
कहीं बाहर निकल जाओ तो बारिश नी जाने देती घर में रहो तो सम्पट ही नी पड़ता की क्या करों। ऊपर से घर में क्राइम पेट्रोल और सावधान इंडिया देख देख के अलग ज़िंदगी का सत्यानाश हुआ पड़ा है। बड़े क्या पता चाहते क्या है यहाँ पे लोग। बावा यहाँ पे लोगो अपनी ज़िंदगी तो सम्पट पड़ती नी है दुसरो को पेले एडवाइज देने पोच जाते है। कसम से क्या बोलो। भिया यहाँ पे काण्ड ही काण्ड है कोई कर्म तो करता ही नी है। लोगो को यहाँ पे बस काण्ड करने में ही मजा आता है बाकी तो कई है ही नी। भिया इंदौर एक ऐसी जगे है जहाँ पे सबकी लगी पड़ी रेने के बाद भी लोगो की ज़िंदगी मजे से ही निकलती है।