जख्मी बन्दर की मदद के लिए आगे आए लोग
मध्य प्रदेश में मानवीय संवेदना का अद्भुत नजारा देखने के लिए मिल गया है. हाई टेंशन तार की चपेट में आए एक बंदर को बचाने के लिए पूरा गांव एकजुट हो चुका है. हटनस्थल पर डॉक्टर को बुलाकर उसका प्राथमिक उपचार किया गया. उसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जब बंदर की हालत देखी तो पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया और बंदर का प्राथमिक उपचार भी दिया.
यह घटना प्रदेश के सीहोर के नसरुल्लागंज के लाड़कुई गांव की बताई जा रही है. बिजली के तार की चपेट में आने से काले मुंह वाला बंदर बुरी तरह से झुलस गया. ग्रामीणों ने जब बंदर को इस हाल में देखा तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को इस बारें में जानकारी दी. नसरुल्लागंज के लाड़कुई गांव में बस स्टैंड के पास बरगद के विशाल वट वृक्ष पर बंदरों का झुंड अठखेलियां भी कर रहा था. बंदरो के समूह में से एक शरारती बंदर अचानक पेड़ के एकदम पास से गुजर रही 11 केवी के बिजली के तार से टकरा गया. करंट की चपेट में आकर वह बुरी तरह से झुलस कर नीचे गिर गया.
काले मुंह का बंदर नीचे गिरकर बुरी तरह तड़पने लग गया है. उसी वक्त वहां खड़े ग्रामीणों के समूह की नजर इस पर पड़ी. ग्रामीणों ने सबसे पहले वन विभाग को फोन लगाकर घटनास्थल पर बुलवाया. वन विभाग की टीम ने वैटनरी हॉस्पिटल के स्टाफ को बुलाकर बंदर का उपचार शुरू करवाया. घायल बंदर का मौके पर मलहम पट्टी कर उसे वैटनरी हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
वैटनरी डॉक्टर की मानें तो 11 केवी के जबर्दस्त करंट से शरीर जगह-जगह झुलस गया है. त्वरित इलाज की वजह से बंदर बच गया.