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पादना तो सेहत के लिए अच्छा होता है फिर क्यों शरमाते है लोग

Farting is good for health then why are people shy

पाद !! जी हम बात करें पाद की तो ये एक ऐसी हवा है जो हम ना चाहते हुए भी अपने शरीर से निकाल ही देते है। हम इसे कितना भी रोकने की कोशिश करें लेकिन ये कुछ भी कर हमारे शरीर से बाहर चली ही जाती है। पाद को हम नहीं रोक सकते ठीक उस तरह जिस तरह हम डकार को नहीं रोक सकते। पाद शब्द वैसे तो लोग बोलते नहीं है क्योंकि यह शब्द उन्हें असहज लगता है और वे इसे गलत मानते है। लेकिन क्यों ? जब आपको पादने में शर्म नहीं आती है तो बोलने में क्यों ?? पादना एक सकारात्मक क्रिया है जो कभी कभी पब्लिक प्लेस में हो जाती है तो कभी कभी बंद कमरे में। कभी कभी किसी के भी सामने हो जाती है तो कभी कभी अकेले में।

 

बदबू क्यों आती है पाद से - लेकिन पादने के बाद उसमे से आने वाली बदबू हम सभी में से कोई बर्दास्त नहीं कर पाता, वो भी नहीं जो पाद छोड़ता है। ऐसे में वो बदबू क्यों आती है ये हम सभी शायद नहीं जानते है। तो चलिए आज हम आपको बताते है की आखिर ऐसा क्यों होता है ?? दरसल में हम दिनभर में बहुत कुछ खाते पीते है ऐसे में कई चींज़े ऐसी होती है जिनमे सल्फर पाया जाता है। यहीं सल्फर हमारे शरीर में जाने के बाद टूट जाता है और उसके बाद इसके अंदर से हाइड्रोजन सल्फाइड निकलती है जिसकी बदबू एक सड़े हुए अंडे के समान होती है जो हमारी पाद के रूप में निकलती है। मतलब साफ़ है की अगर आपने कोई ऐसी चीज़ खाई है जिसमे सल्फर था तो आपको पाद में से बदबू आना स्वभाविक है।

पादना बुरी बात क्यों है - अब बात की जाए पाद की तो लोगो ने शुरू से ही यह माना है की यह एक बुरी आदत है। लेकिन यह गलत है बल्कि पादना एक अच्छी आदत है इससे यह पता चलता है की आपकी सेहत अच्छी है और आप पूरी मात्रा में फाइबर खा रहें है।

पाद की बदबू अच्छी या बुरी - पादने के बाद आने वाली बदबू की बात की जाए तो वह भी सेहत के लिए लाभकारी है। जी हाँ पड़ने पर बदबू सूंघने से कई तरह की बीमारियां नहीं होती है लेकिन अब ऐसा भी नहीं है की ज्यादा पाद सूंघी जाए ये केवल बस एक हद तक सीमित होता है। कई लोग ऐसे भी होते है जिनकी पाद की बदबू नहीं आती है ये पाद नहीं होती है बल्कि वो हवा होती है जो कुछ खाते पीते समय आपके शरीर में चली जाती है। लड़किया  भी पादती है - अब केवल ऐसा तो नहीं है की लड़के ही पादते है लड़कियां भी इस क्रिया को करती है हालाँकि वो इसे ग्रहण करने में झिझकती है लेकिन यह क्रिया सभी के द्वारा की जाती है।

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