प्राचीन काल में लोग सर्जरी करवाने से बेहतर मरना पसंद करते थे, लेकिन ऐसा क्यों था ? चलिए जानते है
मेडिकल साइंस अब तक बहुत तरक्की कर चूका है। जहाँ पहले के समय में बीमारयां दुर्लभ होती थी और उनके इलाज नहीं मिला करते थे, अब उनके भी इलाज संभव हो चुके हैं। दुनिया में अब शायद ही कोई ऐसी बीमारी होगी जिसका इलाज ना हो सके। तकनीक के साथ साथ मेडिकल साइंस में उन्नति देखने को मिल रही है साथ ही आगे भी बढ़ रही है जिसे हम देख सकते हैं आज के युग में।
आज के ज़माने में कई सर्जरियां ऐसी हो गयी हैं जो मरीज को बिना किसी परेशानी के बीमारी से बाहर निकाल देती हैं और कुछ ऐसी भी हैं जो बिना किसी दर्द के पूरी की जा सकती हैं जिससे मरीजों को ज्यादा दर्द और पीड़ा नहीं भोगनी होती। जी हाँ, प्राचीन काल में ये सब कर पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि ना मुमकिन भी था जो अब मुमकिन और संभव बन चूका है।
प्राचीन काल की तो उन दिनों उपकरणों का उपयोग भयानक था जिससे बचने के लिए लोग उस दर्द के साथ जीने को तैयार थे। आज आपको बताते हैं उन्ही उपकरण के बारे में जिन्हे आपने शायद ही जाना होगा।
प्राचीन काल के सर्जन्स
प्रथम विश्व युद्ध के समय सर्जन सर्जरी करने के लिए बहुत ही भयानक उपकरण का इस्तेमाल करते थे। ये तरीके इतने भयानक होते थे कि इससे बचने के लिए लोग खुद के दर्द और पीड़ा के साथ जीना मंजूर करते थे।
Lithotomy Crutch
इस तरह के उपकरण का इस्तेमाल किडनी और लीवर से स्टोन या पत्थर निकालने के लिए किया जाता था। 19वीं सदी में ये बहुत ही दर्दभरा हुआ करता था।
Hidden Knife
16वीं शताब्दी में इसका उपयोग आतंरिक अंगों को खोदने के लिए किया जाता था। जिससे खोद कर लीवर से स्टोन निकाले जाते थे।