मुसीबतें अचानक से ही आती हैं। और कब किस पर आ जाये कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे ही होती हैं दुर्घटनाएं और होता है दिन खराब। कहते हैं जब दिन खराब चल रहे हो तो ऊंट पर बैठे इंसान को भी कुत्ता काट लेता है। यहां ऐसा ही कुछ हुआ है जिसे हम आपको दिखाने जा रहे हैं। मुसीबतें जिसके नसीब में हो उसे ही मोल लेनी पड़ती है चाहे पूरा ज़माना एक तरफ चल रहा हो लेकिन मुसीबत उस एक ही इंसान पर आती है जो उससे बच कर निकला हो।