कन्नड़ के प्रसिद्द लेखक कुप्पाली वेंकटप्पा पुट्टप्पा को समर्पित किया गूगल ने डूडल
![Kuppali Venkatappa Puttappas 113th Birthday Kuppali Venkatappa Puttappas 113th Birthday](https://viral.newstracklive.com/uploads/december2017/EbpfCSSszH1514518112.jpg)
हम सभी अक्सर ही देखते है कि जब भी कुछ बहुत ही ख़ास होता है जैसे किसी बहुत ही स्पेशल का बर्थडे या फिर Death Anniversary होता है तो गूगल अपना डूडल बदल देता है। ऐसे में आज एक बार फिर गूगल ने अपना डूडल बदला है। दरअसल में आज गूगल ने अपना डूडल कन्नड़ के एक प्रसिद्द लेखक और कवी कुप्पाली वेंकटप्पा पुट्टप्पा (Kuppali Venkatappa Puttappa) को समर्पित किया है।
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आप सभी को बता दें आज गूगल इनका 113वां जन्मदिन मना रहा है। कुप्पाली वेंकटप्पा पुट्टप्पा का जन्म 29 दिसंबर 1904 में कुप्पाली में हुआ था।
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इन्होने कई उपन्यास और कविताएं लिखी हैं जैसे- कानूरु सुब्बम्म हॆग्गडति (1936), मलॆगळल्लि मदुमगळु (1937). वही कविता में उन्होंने कलासुंदरि (1934), नविलु (1934), चित्रांगदा (1936), अग्निहंस (1946) और मेघपुर (1947) में लिखी थी जो एक शिशुसाहित्य है। इनके द्वारा रचित एक महाकाव्य श्रीरामायण दर्शनम् के लिये उन्हें सन् 1955 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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इनकी मृत्यु 11 नवंबर 1994 में हुई थी। इन्होने अपने सारे साहित्यिक काम 'कुवेम्पु' से ही किये हैं और इसी नाम से इन्हे आज भी याद किया जाता है ये बहुत ही महान माने जाते है और लोगो के दिलो में आज भी जिन्दा है। गूगल भी आज इन्हे याद कर रहा है।
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