आज के मॉर्डन जमाने में हम भूलते जा रहे है ज़िन्दगी की छोटी छोटी खुशियो को
आजकल का मॉर्डन जमाना सब कुछ भूल चुका है। नयी नयी तकनीक नए नए तरीके अपनाए जा रहे है। कुछ भी पुराना नहीं बचा। हम सच में काफी आगे निकल आए है हर क्षेत्र में तरक्की कर चुके है लेकिन इन सबको देखकर क्या यह नहीं लगता की हम कहीं रोबोट तो नहीं बन गए है ? वैसे शायद हाँ हम रोबोट बन गए है, हम आलसी हो गए है, हम चिड़चिड़े हो गए है। हम नयी नयी तकनीको का प्रयोग नहीं कर रहे है बल्कि नयी नयी तकनीक हमारा प्रयोग कर रही है। दिनभर तकनीक हमे नचाती रहती है। अगर आप मानने को तैयार नहीं है तो एक बात बताइए जैसे ही आपके मोबाइल की एक छोटी सी भी टोन बजती है आप भगकर मोबाइल लेने पहुँच जाते है ? क्यों जाते है की नहीं। हमे पता है जाते ही होंगे। अब तो प्यार भी मोबाइल पर होता है ब्रेकअप भी मोबाइल पर ही हो जाता है। सच कहे तो हम ह्यूमन टच को भूलते जा रहे है। आज हम आपको कुछ ऐसी तस्वीरे दिखाने जा रहे है जोकि हमारे पुराने समय की है जब ये टेक्नोलॉजी आई नहीं थी और हम ह्यूमन टच को जानते थे।