इन्दौरी तड़का : बड़े अब तो गर्मियाँ आ गई है चलो कश्मीर चलते है
इन्दौरी तड़का : बड़े राम और क्या चल रिया है। मजे हैं ना। भिया अब तो गर्मी का मौसम आ गया है इत्ती गर्मी पड़ री है की क्या बतऊ। अब तो साला घूमने जाने की प्लानिंग करनी पड़ेगी। यहाँ पे लोग अब ऐसी ऐसी जगे के नाम तैयार करेंगे जहाँ पे उनको ठंड का अहसास हो। हाँ बड़े अब देखो तुम ये इंदौर वाले ठंड का अहसास करने के लिए कुछ बी कर सकते है। कोई कश्मीर चले जाएगा तो कोई कहीं और मतलब अब सब के सब बस घूमते ही नजर आने वाले है। भिया कुछ तो अपने घर को ही कश्मीर बना लेंगे हमारा मतलब है की घर में फुल AC और बर्फ का पानी और शानदार बिस्तर लगा के मौज से रेंगे। बड़े यहाँ पे गर्मी के मौसम में बी लोग ठंडे ही रेते है। लेकिन सच में कसम से इत्ती जादा गर्मी पड़ री है की मतलब हद है अबि से मौसम बहोत भेँकर वाला गर्म हो रिया है ऐसा लग रिया है जैसे सारी गर्मी इस बार इंदौर में ही पड़ने वाली है। लेकिन भिया इस भेँकर वाली गर्मी से बचने के लिए अपने इंदौरियों के जुगाड़ अबी से शुरू हो गए है कोई कूलर ला रिया है तो कोई अपने घर में AC फिट करवा रिया है। कोई फ्रिज ला रिया है तो कोई पडोसी से बर्फ उधार मांग रिया है।
बड़े उधारी से याद आया की यहाँ पे गर्मियों में सबसे ज्यादा काम तो उधारी से ही चलाए जाते है जिसको देखो वो उधारी से सामान लेके गर्मियां बिता लेगा। बड़े यहाँ पे सबसे जादा मजे गर्मियों में छत वालों के है आराम से ठंडा हो जाता है उनका घर तो और जो चद्दर के मकान वाले है उनको थोड़ा तपना पड़ता है लेकिन वो बी जैसे तैसे उधारी से या कूलर से अपनी गर्मी निकाल ही लेते है। भिया लेकिन यहाँ के हर इन्दोरी की सबसे बड़ी ख्वाहिश है की गर्मी के मौसम में कश्मीर का लुफ्त उठा लिया जाए।
इन्दौरी तड़का : तू इत्ता बड़ा हो गया के अब अपने बाप को सिखाएगा
इन्दौरी तड़का : बड़े ! ऑफिस जा जा के जिंदगी झंड हो गई है
इन्दौरी तड़का : बड़े! ये इंदौर की छोरिया मेकअप के बिना रे सकती है लेकिन पानीपुरी के बिना नी