इन्दौरी तड़का : भिया राखी पर तो बहनो के ही जलवे होंगे
Indori Tadka : हाँ बड़े इंदौर में राखी पे तो सभी भेनो के मजे ही मजे है कसम से सबको गिफ्ट पे गिफ्ट मिलेंगे। मजे से सब बस राखी बांधती है और उसके बाद लपक के गिफ्ट आन दो बस। बड़े सबसे जादा मजे यहाँ पे इन्ही के है। ये जितने का तो सामन नी खरीदती उससे जादा तो इनको मिल ही जाता है। भिया यहाँ पे ऐसे ही मैटर है ये राखी ही वो दिन है जब सब लड़कियां अपने मायके में मिल जाती है। मतलब मोहल्ले का प्यार वापिस आ जाता है। बड़े ये राखी भाइयों और बहनो दोनों का ही खर्चा करवाती है। दोनों को सामन खरीदने ही पड़ते है। भिया लेकिन उन छोरों का क्या जिनकी भेन नी होती और उन छोरियों का क्या जिनके भई नी होते। बड़े उनको बी दुखी होने की कोई जरूरत ना है वो बी चाहे तो अपने लवर को अपने भाई भेन बना सकते है।
अरे बावा आजकल सब चल रिया है तो ये बी चला ही लो ना दिक्कत कहाँ आ री है। बड़े गम तो वो करें जिनकी माँ उनकी भेन ना होने पे पड़ोस वाली शर्मा जी की हॉट बेटी से उनको राखी बंधवा देती है। भिया ये तो गलत बात है ना ऐसा तो ना करना चिए। बेचारे छोरे के सारे अरमान भेन बनाने के बाद धरे ही रे जाते है। चलो बड़े कोई ना राखी आने में कुछ ही दिन है अब तैयारी में लगो और क्या। भेनो की तो चल ही री है भाइयों अब तुम बी शुरू हो ही जाओ है ना लपक की शॉपिंग में।
इन्दौरी तड़का : बड़े यहां पे पड़ोसी किसी सीसीटीवी कैमरे से कम थोड़ी है
इन्दौरी तड़का : भिया जिंदगी में कुछ बचा ही नी है अब मोबाइल के अलावा
इन्दौरी तड़का : बड़े अपने इंदौर में बारिश में घूमने का मजा ही अलग है