ये वो बातें है जो हमे हमारे पेरेंट्स से छुपानी ही पड़ती है
गाडी ठोककर आने पर
जब भी कहीं पर गाडी ठोककर आते है तब भी चुपचाप रहते है तब तक जब अटक माँ या पापा गाडी देख ना ले।
स्कूल बंक
स्कूल हो या कॉलेज बंक करने के बाद कभी भी नहीं बताते।
जब भी कहीं पर गाडी ठोककर आते है तब भी चुपचाप रहते है तब तक जब अटक माँ या पापा गाडी देख ना ले।
स्कूल हो या कॉलेज बंक करने के बाद कभी भी नहीं बताते।