इन कुत्तों को पालना भारत में है मना फिर भी लोग उठाते है जोखिम
एक तरफ जहाँ खूंखार कुत्ते रखकर लोग अपनी हिफाजत करते हैं और अधिकांशतः उनका उपयोग सुरक्षा और ख़ुफ़िया मामलों में किया जाता है तो वहीँ कुछ ऐसे देश भी हैं जहाँ कुछ खूंखार कुत्ते पालने पर बैन है. आइये डालते हैं एक नज़र .
स्टेफोर्डशायर टेरियर: यह नस्ल भी डेनमार्क, जर्मनी, स्पेन, आयरलैंड, फ्रांस और रोमानिया में बैन है. आम तौर पर स्टेफोर्डशायर टेरियर कुत्ते पारिवारिक माने जाते हैं. लेकिन इनके भीतर भी अपने इलाके को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशीलता होती है. गुस्सा आने पर यह कहना नहीं मानते.
पिटबुल टेरियर और बुल टेरियर: बेहद आक्रामक और सिरफिरे किस्म की इन प्रजातियों को जर्मनी, डेनमार्क, स्पेन, ग्रेट ब्रिटेन, आयरलैंड, रोमानिया, कनाडा, इटली और फ्रांस में बैन किया गया है. ताकतवर जबड़ों वाला पिटबुल अपने इलाके के लेकर बहुत ही गुस्सैल होता है. गुस्सा आने पर मालिक भी इसे काबू नहीं कर पाता है.
रोटवाइलर: हर वक्त चुस्त रहने वाले रोटवाइलर स्पेन और फ्रांस में बैन है. कुत्ते की यह नस्ल आम तौर पर चौकीदारी में बहुत तेज होती है. इसे ढंग से ट्रेनिंग न दी जाए या मालिक खुद कंप्यूज रहे तो रोटवाइलर को संभालना मुश्किल हो जाता है.
अकीता इनु: जापान से निकली कुत्ते की यह नस्ल स्पेन और आयरलैंड में बैन है. अकिता आक्रामक किस्म का कुत्ता है. यह बड़े मूडी भी माने जाते हैं. खेल खेल में ये कब भड़क जाएं, अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. अमेरिकी केनल क्लब के मुताबिक इस कुत्ते को बच्चों के साथ अकेला नहीं छोड़ना चाहिए.