यहां फुलकारी मास्क ने भरे विधवा महिलाओं की ज़िंदगी में रंग
इस समय देशभर में कोरोना महामारी फैली हुई है लेकिन इस बीच कुछ ऐसी खबरें आ रहीं हैं जो बड़ी बेहतरीन है. ऐसी ही एक खबर आई है पंजाब से. जी दरअसल यहाँ के मूनक की कई विधवाओं ने ख़ुद को आत्मनिर्भर बनाने का फ़ैसला कर लिया. आप सभी को बता दें कि यह महिलाएं एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए फुलकारी फ़ेस मास्क बना रही है जो बड़े बेहतरीन है. इस मास्क को बनाकर वह अपनी जीविका चला रही हैं.
इसके अलावा वह स्थानीय कढ़ाई की परंपरा फुलकारी को पुनर्जीवित करने के लिए भी अग्रसर है. वैसे इस स्थानीय परंपरा की मदद से इस गांव की महिलाएं एक मुनाफ़े वाला और टिकाऊ उद्यम शुरू करने में आगे निकल चुकीं है. यहाँ कि महिलाएं मास्क बनाकर भारत समेत ऑस्ट्रेलिया जैसे दूर देशों में भी बेच रही हैं जो वाकई में काबिल ए तारीफ़ काम है.
वैसे आजकल वैसे भी डिजाइनर मास्क की मांग बढ़ती ही चली जा रही है. इसी को देखते हुए फुलकारी मास्क बनाने का विचार सबसे पहले दिल्ली की एक सामाजिक कार्यकर्ता ग़ज़ाला ख़ान को आया. उसके बाद ग़ज़ाला ख़ान ने इसकी पहल की. जी दरअसल वह एक एनजीओ Building Bridges India चलाती हैं, जो पंजाब में ग्रमीण परिवारों के साथ काम करता आया है और अब ये एनजीओ मास्क के लिए कच्चा मैटीरियल ख़रीदने में भी मदद कर रहा है. वैसे वाकई में यह एक बेहतरीन पहल है जिसका फायदा भी लाजवाब तरीके से हो रहा है.
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