इन्दौरी तड़का : भिया यहाँ पे सब बस अपनी माँ की इज्जत करते हैं, दूसरों की नी
भिया राम और आज तो महिला दिवस है। अपन सब जानते है कि अपने इन्दौर में महिलाओं की क्या स्थिति है। बडे यहाँ पे सब के सब अपनी माँ की तो इज्जत करते हैं लेकिन दूसरों कि माँ की नहीं। भिया आप ही बताओ खुद की माँ के बारे में जब लोग नी सुन सकते तो दुसरो की माँ को गालियाँ क्यों देते हो। मतलब भिया ये इन्दौर में जो गालियों का अम्बार बरसता है न वो माँ और बहन का ही होता है।
बडे देखो! हम सबकी बात नी कर रहे हैं हम कुछ ही लोगों की बात कर रहे हैं जो ऐसे है। लडकियों कि इज्जत करने में अपना इन्दौर वैसे तो भोत सई बी हैं भिया। लेकिन भइया यहां पे बस कुछ ही लोग ऐसे हैं जो इन्दौर को बदनाम किए हुए हैं। भिया हम तो बस इत्ता चाहते हैं कि महिला दिवस मनाने से पेले माँ बहन की गालियाँ बकना छोड दें तो कसम से इक नम्बर हो जाएगा। बाकी तो आप भोत समझदार हो।
इंदौरी तड़का : भिया इंदौर के लोगो में संस्कार कूट-कूट के भरा होता है
इन्दौरी तड़का : क्यों बे ! तूने तो पूरा रट्टा मार लिया होगा ना