इन्दौरी तड़का : भिया मन नी लग रिया, तो चलो ये जगो
हाँ भियाओ....मैं तो के रियाऊँ के दिवाली की छुट्टी के बाद भी अगर काम में मन नी लगरिया है, तो जादा दूर नी यईं-कईं आस पास में फैमिली या दोस्तों के साथ तफरी मारके आ जाओ. देखो भियो ऐसा है की वाकि में कईं घूमने की इच्छा रख रे होतो मेरी मानो और एबी रोड पकड़ के नाक की सीध में महू निकल्लो. सीधी सच्ची बात है जादा ट्रैफिक भी नी है और ठंडे इलाके का आनंद...बेहतरीन. अब ये बात की चिंता है के कां जायेंगे, क्या खायेंगे तो उसकी टेंसन नी लेना. अपन को मालूम है की अपन इन्दोरी है और खाने के बारे में सोचना हमारा परम कर्त्तव्य है, लेकिन महू भी कम नी है यार, सब वयोवस्ता है यार वां खाने की भी.
महू पोंछते ही तुमारे कने लिस्ट खुल जायगी के कां जाए और कां नी जाएँ. तो एक-एक करके अपन सारी जगो के बारे में आपको बोलते जातें, जहा समझ आये वां जाकर दरी बिछाओ और अपना चकना चालू जीरावन छिड़क के.
पातालपानी
सबमे पेली जगो पातलपानी. बेहतरीन प्रकृति का स्पर्श और तुम हुस्न पारी तुम जाने जहां वाली फीलिंग का आनंद ले सकतेओ भिया. बेहतरीन झरने का आनंद और उछलते-कूदते बंदरों के बिच में भुट्टे का गजब आनंद ले सकतेओ. वहाँ से खंडवा और कालाकुंड होतेवे रेल के नज़ारे भी हो सकतें आपको, लेकिन अपन को उनको खली भुट्टा फेक के नी मारना है. भिया अभी फैमिली के साथ है अपन अपनी, सई बोल रियाऊँ ना.
चोरल डैम
दूसरे नम्बर पे है अपना चोरल डेम. यां को दिनभर के हिसाब से जाओ, बढ़िया खाना-वाना बनाओ और साम को घर आओ. करने वाले तो भिया वां पे फिशिंग भी करतें और तैरते भियें, लेकिन अपनको जादा तेज नी चलनाये बताया न ऊपर वाले पाइंट में, भिया फैमिली है रे अपनी. और अगर गलफ्रेंड साथ में है और अपन को थोड़ा श्टेन्डरपना दिखाना है, तो वां पे रिसोर्ट भी है. मन करे तो रुको नी तो नाव में बैठो, खाना खाओ और आ जाओ.