इन्दौरी तड़का : भिया ये इन्दौरी छोरियां पानीपुरी कम, भाव जादा खाती है
इन्दौरी तड़का : हाँ बड़े बात तो सई है। यहाँ इंदौर में छोरियां ऐसी ही है। ये सब चीजें काम लेकिन भाव तो इत्ता जादा खाती है की कुछ पूछो ही मत। जरा जरा सी बात पे भाव। मतलब जैसे इनको भाव के अलावा कुछ पसन्द ही नी है। लड़के इनसे बस एक बार बोल दो मेको आपसे फ्रेंडशिप करनी है तो फिर इनको देखो शुरू हो जाएगा इनका भाव खाना। बोलेंगी देखो मेरा आलरेडी बॉयफ्रेंड है मैं तुमसे फ्रेंडशिप नहीं कर सकती ये वो। अब इनको कौन समझाए की लड़को को कौन सा इनसे शादी करनी होती है जो ये इतना जादा डिटेल देने लगती है नी करना तो साफ़ साफ़ कह दें ना इत्ता भाव क्या खाना। कई कई लडकियां तो ऐसी होती है बड़े की शक्ल ना सूरत भाव खिला दो लेकिन। मतलब अगर छोरे देखकर हंस बी देंगे ना तो मुँह मोड़ लेती है मतलब भिया अपनी शक्ल नी देखेंगी लेकिन भाव खाना है।
इंदौर की छोरियों से पूछो सबसे जादा खाने में क्या पसंद है तो ये अपनी असलियत कबी नी बताएंगी की इनको भाव खाना पसन्द है वहां पे बी झूठ ही केंगी। मुझे तो पानी पूरी, मुझे चॉकलेट, मुझे ये मुझे वो। मतलब झूठ बी इत्ता केती है की क्या कओ। बड़े भोत भाव खाओ है ये इंदौर की छोरियां। भाव खाने के बाद बी इनका पेट नी भरता 10 किलो भाव खा लेंगी और फिर भेँकर तरीके से पानीपुरी ठूस लेंगी मेरेको समझ नी आता की ये सब आखिर जाता कहाँ है, क्योंकि रेती तो ये स्लिम ड्रीम ही है। बड़े कुछ बी हो सब खाना छोड़ देंगी ये इन्दोरी छोरिया पन भाव ये इनसे नी हो पाएगा।
इन्दौरी तड़का : बड़े! ये इंदौर की छोरिया मेकअप के बिना रे सकती है लेकिन पानीपुरी के बिना नी
इंदौरी तड़का : तो भिया इस बार अप्रैल फूल पे किसको फूल बनाओगे
इन्दौरी तड़का : भिया यहां पे हर बात पे लोग जुगाड़ लगाते है
इंदौरी तड़का : भिया अब इंदौर में पानी के लिए भेँकर मगजमारी होएगी