ऐसा सिर्फ हमारी माँ ही कर सकती है
पापा को गलत साबित करती है
जब भी पापा हमे डांटते है तो माँ उन्हें चुप करवाती है, और उन्हें गलत साबित कर देती है।
एग्जाम के वक्त
जब भी बच्चो का पेपर होता है माँ उन्हें ऐसे ट्रीट करती है जिसे कोई जंग पर जा रहे हो।
घर जाने में देरी होने पर कॉल्स
जैसे ही हम घर जाने में 2 मिनिट की भी देरी करते है, तो माँ के 10 बार फ़ोन आने लगते है कहाँ है ? कब तक आएगा या आएगी ?
जब हमे पढ़ना न हो तो डांट
जब बच्चे पढाई नहीं करना चाहते है तो हमे डांटती है और पढ़ने के लिए कभी कभी बहुत बातें भी सुनाती है।