शादी से पहले दिखाना होगा आधार कार्ड
आप सोच रहे होंगे की आखिर ऐसी शादी कहाँ पर होती है। दरअसल में राजस्थान में बाल विवाह को रोकना हमेशा से ही एक बड़ी सी चुनोती रहा है। कई नियम बनाए जाने के बाद भी यह परम्परा नहीं रुक पाई है। लेकिन अल्मोड़ा के एक मंदिर के पुजारी ने इसका गजब का तोड़ निकाल दिया है। कम उम्र में होने वाली शादियों को रोकने के लिए अल्मोड़ा के पास के चिताई गोलू देवता मंदिर एक पुजारी ने यह फैसला लिया है कि वो बिना आधार कार्ड को देखे किसी की भी शादी नहीं करेंगे। इस मंदिर में हर साल 400 शादिया होती है इसीलिए पुजारी ने यह नियम लागू किया है। बहुत सी शादियां ऐसी होती है जिसमे छोटी बच्चियां भी होती है और पुजारी को उनकी शादी करवानी पड़ती है।
इसीलिए अब पुजारी ने ऐसा नियम बनाया है की बिना आधार कार्ड दिखाए किसी की भी शादी नहीं होगी। इससे कई प्रभाव पड़ा है। इस जिले के लोगो का मानना है कि इस मंदिर में शादी करना बहुत ही शुभ होता है कहा जाता है की नए जोड़े अगर गोलू देवता का आशीर्वाद लेते है तो उनकी ज़िन्दगी अच्छी गुजरती है। सबसे बड़ी बात तो यह है की पुजारी सिर्फ आधार कार्ड देखकर ही शादी करते है वोटर आईडी या पैन कार्ड देखकर नहीं।