इन्दौरी तड़का : भिया कल तो इंदौर में रंग जमेगा भंग के संग
इन्दौरी तड़का : हाँ भिया कल तो होली है, कल तो सारा इंदौर मजे में आ जाएगा। पुरे इंदौर में जश्न का माहौल होगा जिसे देखो वो डूबा होगा मस्ती में। यहाँ पे कल सब इत्ते मजे में नजर आएँगे की पूछो ही मत। कल यहाँ पे भगवान के नाम पे जमकर भांग पिल्लई जाएगी जिसे ठंडाई का नाम दिया जाएगा। मतलब कल यहाँ पे छोरो का ऐसा तांता लगेगा रीगल पे, पलासिया पे, गीताभवन चोराए पे। सब के सब ऐसे मगन नजर आएँगे। भिया ये इंदौर में लोग कल कीचड़, मिटटी से होली खेलते नजर आने वाले है। बड़े यहाँ पे रंगों से कम कीचड़ और मिटटी से लोग जादा होली खेलते नजर आएँगे।
बड़े यहाँ पे आंटियां ऐसी होली खेलती है की क्या बतउ। बड़े यहाँ पे भाभियों और आंटियों को ही जमके होली का रंग चढ़ता है। मतलब ये तो ऐसी लौट लगाती है कीचड़ में की क्या कहो। उसके बाद बारी आती है लफंगों की जिनको बी होली के इत्ते मजे लेने होते है की ना वक्त देखते है ना जगे जो मिलता है उसी को रपट देते है। भिया यहाँ की होली आपने कहीं नी देखी होगी। भिया कल तो हम आपको इंदौर की होली की तस्वीरें दिखाएंगे।
इन्दौरी तड़का : तेरी तो.. तेरा ब्रेकअप हो गया ना चल अब पार्टी दे
इन्दौरी तड़का : भिया यहाँ पे माँ की हर बात बस मोबाइल पे खत्म होती है