इन्दौरी तड़का : दोस्तों को कबि उनके असली नाम से नी बुलाते है इंदौरी
Indori Tadka : हाँ बड़े यहाँ पे लोग ऐसे ही है। सब अपने दोस्तों को कबि बी उनके नाम से नी बुलाते है सभी के अंट संट नाम रखे हुए है। सभी को अंट संट नाम से बुलाते है। आज के समय में तो यहाँ पे निक नेम का जमाना चल गया है सबके निक नेम होते है जिसे देखो वो निक नेम से जाना जाता है। बड़े यहाँ पे सब के सब एक जैसे है कोई दूध का धुला नी है। दोस्तों की तो ऐसी की तैसी हो रखी है, क्योंकि उनके नाम ही ऐसे एबलाय हुए रखे जाते है की किसी के सामने के दो तो हालत गरम हो जाए। बड़े ये दोस्त ही साड़ी फसाद की जड़ होते है हर बात में खुद तो फंसते ही है साथ में हमको बी फंसा देते है वो केते है ना हम तो डूबेंगे सनम तुमको बी ले डूबेंगे।
और घरवालों के सामने तो ऐसे शरीफ बन जाते है सब के सब जैसे कोई दारु नी पिता कोई सिगरेट को हाथ बी नई लगाता, और गाली उसका तो नाम ही ना लिया जाए। मतलब सब के सब ऐसे शरीफ बन जाते है की क्या बोलो। ये इंदौरियों के दोस्त ऐसे ही होते है बावा सब के सब एक नम्बर के कमीने। लेकिन ये बातबी सई साट है की समय आने पे सब के सब काम देते है। बड़े एक आवाज पे ये ऐसे भग के आते है की क्या कहो। बड़े यहाँ की दोस्ती भोत भेतरीन है कसम से।
इन्दौरी तड़का : भिया यहाँ पे सब ज्ञानी है एक बार ज्ञान मांग के तो देखो
इन्दौरी तड़का : बड़े यहाँ पे पांच मिनट का मतलब एक घंटा मान लो
इंदौरी तड़का : बड़े इस टेम तो बस लस्सी और कोक मिल जाए, भोत है