इस मंदिर में बहती है घी की नदियाँ, दूर-दूर से आते हैं लोग देखने
दुनिया में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपने अलग अलग रिवाजों के कारण जाने जाते हैं. ऐसे में हर मंदिर के अपने अलग रिवाज होते हैं. ऐसे ही गुजरात में एक ऐसा मंदिर है जिसे घी से धोया जाता है. जी हाँ और आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे है. कहते हैं यह मंदिर गुजरात के गांधीनगर में रूपल नामक एक गांव में स्थित है और इसे वरदायिनी देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों इस मंदिर को घी से धोया जाता है तो आइए आज हम आपको बताते हैं.
आप सभी को बता दें कि भक्त जब इस मंदिर को घी से धोते हैं तब ऐसा मालूम पड़ता है कि जैसे मंदिर से घी की नदी बह रही हो. कहते है कि इस मंदिर को घी से धोए जाने की यह परंपरा बहुत पुरानी है. कहा जाता है घी से मंदिर को धुलने पर वरदायिनी देवी की कृपा बरसती है और ऐसा करने से मंदिर की पवित्रता बनी रहती है और भक्तों के जीवन में सम्पन्नता आती है. आप सभी को बता दें कि यहाँ नवरात्रि के मौके पर ऐसा होता है जिसे देखते ही लोग हैरान रह जाते हैं. जी दरअसल इस अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगती है और भक्त बड़ी ही श्रद्धा के साथ इस मंदिर में काफी दूर-दूर से आते हैं.
कहा जाता है नवरात्रि की नवमी के मौके पर लकड़ी से बना एक रथ पूरे गांव में घुमाया जाता है और इस रथ पर बने पांच सांचों में अखण्ड ज्योति जलाई जाती है. आप सभी को बता दें कि इस रथ और ज्योति को देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह पाया जाता है और वरदायिनी देवी को घी चढ़ाने से उनकी कृपा बरसती है.
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