क्या आप भी बार बार करते है गुदगुदी तो आज ही जान लें ये जरुरी बात
अक्सर लोग एक दूसरे को गुदगुदी करते है भले ही वो मजाक मजाक में ही करे। मस्ती मजाक में हम एक दूसरे को काफी गुदगुदी कर देते है यह बहुत पुराना तरीका है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे है जिससे आप हैरान रह जाएंगे।
दुनिया में कई जगहों पर गुदगुदी करना शारीरिक प्रताड़ना का रूप भी माना जाता है। इसके लिए सजा भी मिल सकती है। जी हाँ गुदगुदी प्रताड़ना को टिकलिंग टॉर्चर कहा जाता है। जी चायनीज टिकल टार्चर प्राचीन चाइना में प्रताड़ित करने का एक तरीका यह था। खासतौर पर हेन राजतंत्र के राजाओं के दरबार में। चायनीज टिकल टार्चर समाज में खास ओहदा रखने वाले लोगों को दी जाने वाली एक प्रकार की सजा थी, क्योंकि इससे पीड़ित को कष्ट बहुत कम देर तक होता था।
टिकल टार्चर का एक अन्य उदाहरण प्राचीन रोम में मिलता है जिसमें किसी इंसान के पैरों को नमक के पानी में डुबाकर उन्हें एक बकरी के द्वारा साफ कराया जाता था, जो शुरुआत में गुदगुदी का एहसास देता था लेकिन बाद में बहुत दर्दनाक हो जाता था।