इन्दौरी तड़का : बड़े असली मजे तो अब बारिश में आएंगे
हाँ बड़े अब तो बारिश के शुरू होने में जादा दिन बी नी रे गए है कुछ ही दिन फिर मजे से बारिश होएगी और लपक के मजे आएँगे। बारिश हम इन्दोरियों को भोत भन्नाट लगती है क्योंकि ऐसे में ही घूमने का मजा आता है। कहीं बी निकल जाओ रास्ते पे भिगो और जम के भुट्टे खाओ। क्या लगता है बड़े कसम से मजा ही मजा। सई कहूं तो असली मजा तो बारिश में ही आता है जो बी मजे है सब बारिश में ही है। बस एक ही चीज़ बारिश की सबसे बेकार लगती है और वो है कीचड़ भिया गर कीचड़ ना हो तो बारिश से भन्नाट और जोरदार मौसम और कोई है ही नी। यई है जो बी है। बारिश में यहाँ पे पातालपानी, जानापाव, हनुमंतिया सब ऐसे मजे से नजर आते है की क्या बतऊ। और मांडव का किला तो जो जमता है की आंनद ही आ जाता है। लपक के शानदार नजारा आता है बड़े एक नम्बर। बारिश में तो पुरे इंदौर को घूम लेओ ऐसे मजे आएँगे ना की ज़िंदगी भर याद रखोगे। भिया बारिश में तो घर से बस बाहर भर निकल जाओ ऐसा लगता है आज तो ज़िंदगी जी ही लेंगे।
लेकिन माँ की डाँट बी सुनने के आदि हो तो तुमको कोई फर्क ना पड़ेगा लेकिन अगर माँ की डाँट सुनने के आदि ना हो तो तुम तो बारिश के कोई मजे ले ही ना पाओगे। इंदौर की मम्मियों की यह सबसे बड़ी खासियत है की वो दूसरे देश हो या शहर वहां की मम्मियों से जादा ही चिल्लाती है। बड़े सई बोलते है हम गलत तो कबि केते ही ना है। चलो अब बारिश को आन तो दो, फिर मजे लेंगे।