पहले के समय में वेश्याएं होती थी नगरवधू मिलता था रानी की तरह सम्मान
वेश्या का नाम आते ही हमारे दिमाग में एक ऐसी लड़की की छवि आ जाती है जो बहुत ही सुंदर होती है लेकिन सिर्फ एक रात वह लोगो का मनोरंजन करती है और उसके बदले में भी रुपए लेती है। ऐसा सिर्फ बही ही नहीं बल्कि पहले के जमाने में भी होता था। जी हाँ जब समय पुराना था तब भी वेश्याएं होती थी हालंकि उन्हें वेश्या नहीं नगरवधू के नाम से जाना जाता था। पहले के समय में एक प्रतियोगिता हुआ करती थी जिसमे नगर की सभी सुन्दर वधुएं भाग लेती थी और उनमे से जो सबसे सुन्दर होती थी उसे नगरवधू बनाया जाता था।
ऐसे में आज के समय में वेश्याओं का सम्मान नहीं होता है लेकिन अगर बात की जाए पहले की तो पहले नगरवधू का सम्मान रानी महारानियों की तरह ही होता था और वे लोगो का मनोरंजन करती थी और अपना किराया लेती थी।
जी और आपको बता दें की पहले के समय में नगरवधू के एक रात का किराया काफी ज्यादा होता था जिसकी वजह से उसे केवल राजा या धनपति ही अपने घर में एक रात एक लिए रख पाते थे।