फटे कुर्ते के सवाल पर जवाब में इन्होने कहा था ऐसे ही समझूंगा गरीबो का दर्द
वे खुद भी एक दिन उपवास रखा करते थे। लाल बहादुर शास्त्री का नैरा था "जय जवान जय किसान" वे किसानो को काफी सहयोग दिया करते थे।
इनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिए इनकी मृत्यु के बाद इन्हे 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।