इन्दौरी तड़का : बावा फ्रेंडशीप डे मनाने को सारे इंदौरी मरे जा रे है
Indori Tadka : हाँ बड़े यहाँ के लोग फ्रेंडशिप के लिए तो ऐसे मरे जाते है की क्या बोलो। क्योंकि इस दिन सारे लड़के लड़कियों को फ्रेंडशिप बेंड बांधते है ना। भिया यहाँ पे इस दिन को बी एक त्यौहार के तूप में ही मनाया जाता है लोगो को इत्ती जल्दी रेती है इसके आने की क्या बोलो। लपक के इसका इंतज़ार होता है और जैसे ही ये आता है सब के सब फ्रेंडशिप बेंड बाँधने में जुट जाते है छोरे छोरियों को और छोरियां छोरों को। कोई गिफ्ट दे रा है और बेंड बाँध रिया है, कोई क्या कर रिया है कोई क्या कर रिया है। मतलब ऐसे चुतियाप्पा करते है की क्या कहो। मतलब ये दिन दोस्तों का होता है लेकिन सबने मिलके इसको लवर डे बना डाला है जिसको देखो वो इस दिन कहीं हग करते मिल जाएगा तो कहीं किस। बड़े ऐसे ही अजीब किस्म के लोग रेते है इंदौर में। आधे लोग तो इस दिन छोरियों को प्रपोस मारते बी मिल जाएंगे। कोई तो आज के दिन दोस्ती की शुरुआत करता है और कोई दोस्ती को खत्म करके प्यार की।
बड़े क्या कहो वैसे दिन तो एक नम्बर रेता है सब जगे पे लपक लोग रेते है। भिया फ्रेंडशिप डे होता ही झक्कास है पन ये इंदौरियों ने तो इसको बिल्वर डे बना डाला है ऐसे भेतरीन भीड़ दिखती है इस दिन तो सराफा पे, 56 पे, पातालपानी, मांडू, सब जगे भरा भरा रेता है और मेघदूत की तो बात ही ना करो वो कबि बी चूरे और छोरियों से खाली रेता ही नी है। हर दिन वहां पे नी नी करे 1000 छोरे छोरियां मिल ही जाएंगे हर कोने में एक हर कोने में एक।