इन्दौरी तड़का : भिया आधी जिंदगी तो कंपनी वालों के कॉल ने बर्बाद कर रखी है
हां भिया हम इंदौर वालो की आधी से जादा ज़िंदगी तो इन कम्पनी वालों एक फ़ोन ने खराब कर रखी है। रात में 2 - 2 बजे बी साला ये कॉल कर देते है। अब जब रात में मोबाइल बजता है तो माँ और पापा ऐसे घरते है जैसे रंगे हाथो कोई काण्ड करते हेउ पकड़ लिया हो। उनको कहो की कम्पनी का कॉल था तो बी यकीन नी मानते अब उनको कौन समझाए की रात एक 2 बजे तो कम्पनी वाले ही फ्री रेते है। बड़े इन कम्पनी वालों को कसम से कोई काम नि है पता नी क्या मजा आता है इनको हमको कॉल करके। दिनभर फ्री थोड़ी रेते है हम भोत काम है हम सबकी ज़िंदगी में। कबि गाडी चलाते हेउ हैंडफ्री लगाके गाने सुनते रहों और अचानक ही कॉल आ जाए अपन सोचो की कोई जरुरी कॉल होएगा और गाडी साइड में लगा के कॉल अटेंड कर लो लेकिन बाद में फ़ोन निकलता किसका है कम्पनी का साला ऐसा मन करता है इत्ती गाली बको इन कम्पनी वालों की बस कबि।
भेन की कम्पनी वालों की सच्ची इत्ती गुस्सा आता है ना इनपे की क्या कहूं...... अब आप ही समझ जाओ क्या केने का मन हो रिया है मेरा। यहाँ पे किसी के कॉल आए ना आए पण कम्पनी वाले कॉल जरूर करेंगे कुछ बी हो इनका कॉल तो आएगा ही। कबि कबि तो मेको लगता है यहीं मेरे माई बाप है क्योंकि मैं ऑफिस में रहूं तो जितने तो मेरे माँ के कॉल नई आते उत्त्ते तो ये कम्पनी वाले कॉल कर मारते है। सई में ज़िंदगी की ले रखी है इनने तो।