पागलपन की भी हद होती है लेकिन ये बेहद हो गया
आजकल की दुनिया में जुगाड़ बहुत अच्छा होता है. आजकल लोग जुगाड़ करने में सबसे आगे रहते हैं और ऐसे-ऐसे जुगाड़ करते हैं कि बस कभी.. जी हाँ, आजकल जुगाड़ दुनिया में अपना परचम शान से लहरा रहा है और कुछ मर्द दिमाग की जगह अपनी ताकत पर विश्वास करते हैं. वहीं अधिकतर महिलाएं इसके उलट होती हैं. जी हाँ, वह पुरुषों जैसी जुझारू जुगाड़ु नहीं होती और वह ध्यान से काम करती हैं. जी हाँ, सोचती, समझती और फिर अपने काम को अंजाम देती हैं और सख्त पुरुषों को अपने विचारों पर हद से ज्यादा विश्वास होता है. जी हाँ, कहते हैं वह ऐसे कार्यों को बेहद आराम से अंजाम देते हैं, जो दूसरों के दिल की धड़कने बड़ा देते हैं इस कारण से हादसे के शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में पुरुषों के कम जीने की एक वजह ऐसे हादसे भी हैं और आज हमारे पास कुछ तस्वीरें हैं, जो इस बात पर सच्चाई की मुहर लगाती हैं जो आप भी देख सकते है ये जुगाड़ को भी दर्शाती है और पुरुष हादसे का शिकार क्यों हो जाते हैं इसे भी... आइए देखते हैं.
1. अब बताओ अगर जरा भी इधर उधर हुआ तो ये तो गया.
इसको कहीं नहीं मुड़ना है डायरेक्ट ऊपर जाना है.
पागलपन करने में उस्ताद भाई अपना.
भाई तुम सुपरमैन नहीं हो मत करो वरना लटक जाओगे.
इन्हे देखने के बाद अब कुछ नहीं देखना मेको.