ये है रंग बदलने वाली मछली, जानिए इसके बारे में सब कुछ
रंग बदलने वाले जीव के रूप में हम केवल गिरगिट को जानते हैं लेकिन आज हम आपको एक मछली के बारे में बताने जा रहे है जो रंग बदलती है. इस मछली का नाम है- Lumpfish. जी हाँ और यह मछली उत्तरी अटलांटिक और आर्कटिक महासागर के कुछ हिस्सों में काफी गहराई में पाई जाती है. आप सभी को बता दें कि कई रंगों में पाई जानेवाली इस मछली का रंग उम्र के साथ बदलता रहता है. जी दरअसल रंग बदलने के साथ चमकने वाली इस मछली को लेकर हाल ही में जर्नल ऑफ फिश बायोलॉजी में एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. वैसे तो ज्यादातर मछलियों की त्वचा चिकनी होती है, लेकिन इस मछली की देह ऊबड़-खाबड़ होती है. वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि उन्होंने इस मछली का असली रंग जान लिया है. जी हाँ और उनका दावा है कि लंपफिश का असली रंग फ्लोरोसेंट ग्रीन होता है.
इसी के साथ लंपफिश के चमकने का कारण यूवी प्रकाश किरणें होती हैं. इसी रिसर्च के अनुसार, लंपफिश अपने बायोफ्लोरेसेंट चमक का इस्तेमाल एक दूसरे की पहचान करने, बात करने और शिकार को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए करती हैं. जी हाँ और इस रिसर्च में यह सामने आया है कि सामान्य प्रकाश में ये मछलियां हरी दिखती हैं, जबकि उन्हें यूवी लाइट में देखा गया तो उनके शरीर पर चमकदार नियॉन-हरे रंग की चमक देखी गई. इसी के साथ लंपफिश जब छोटी होती हैं तो ये इंद्रधनुष के सात रंगों में से किसी भी रंग की हो सकती हैं. वहीं किशोरावस्था में उनका रंग आसपास के माहौल से हिसाब से बदल जाता है. जी हाँ और ऐसा करके वह शिकारियों से छिपती हैं. सहचर्य और प्रजनन वाले मौसम समय नर लंपफिश नारंगी-लाल और मादा लंपफिश नीले-हरे रंग में बदल जाती हैं.
जबकि वयस्क होने पर लंपफिश हल्के-भूरे से हल्के-नीले रंग की हो जाती हैं. आपको बता दें कि लंपफिश अकेले में रहना पसंद करती हैं. एकांत के लिए ही ये मछलियां अपना ज्यादा समय समुद्र तल पर बिताती हैं. जी हाँ और ये मछलियां दिखने में अजीब-सी होती हैं और ये अपने पैल्विक पंख के कारण चट्टानों और समुद्री शैवाल से चिपकी रहती हैं. इनके पंख सक्शन कप की तरह काम करते हैं. 11 किशोर लंपफिश को लेकर यह रिसर्च स्टडी की गई थी. इन्हें अलग-अलग तरह की लाइट में रखकर देखा गया और तस्वीरें ली गई थीं.
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