मिलिए किंग कोबरा को पकड़ने वाले सुरेश से जिन्होंने अब तक 100 से भी अधिक किंग कोबरा को बचाया है
दुनिया में बहुत इस प्रजातियां हैं जिनके बारे में आप जानते होंगे। उन्ही में से एक प्रजाति होती है साँपों की जो बहुत ही खतरनाक होती है। दुनिया में अगर बड़े बड़े और ज़हरीले सांप हैं तो उन्हें पकड़ने वाले भी मौजूद हैं जो छोटे से छोटे और बड़े से बड़े सांप को पकड़ लेते हैं।
ऐसे बहुत लोगों के बारे में जानते होंगे तो उन्ही में से के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे हैं। इस शख्स का नाम है, सुरेश जो अपने इस नाम के अलावा वावा सुरेश के नाम से लोकप्रिय हैं। सुरेश किंग कोबरा, कोबरा और Vipers को बचाने का काम करते हैं।
जी हाँ, केरल के वन्यजीव संरक्षणवादी संगठन ने अब तक 113 किंग कोब्रास को बचाया है, जिसे धरती पर सबसे घातक सांपों में से एक माना जाता है। वहीँ सुरेश के लिए यह उनके जीवन का मिशन है। साँपों से होने वाले खतरों से पूरी तरह अवगत हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि सुरेश अब तक करीब 3,883 बार सांप का शिकार हो चुके हैं और उनमें से 387 विषग्रस्त सांप थे। इन्ही के चलते वो कई बार ICU में भर्ती हो चुके हैं।
इन्हे 'स्नेक मैन' भी कहते हैं और इनका कहना है कि वह अब तक अपने परिवार और अपने शुभ चिंतकों के कारण बचे हुए हैं। सुरेश केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के निवासी हैं और वो कहते हैं कि 'जब वह स्कूल के बच्चे थे तो उन्होंने अपना पहला साँप पकड़ा था और जो स्नेप उन्होंने पकड़ा था वो कोबरा था जो काफी ज़हरीला था। '
'मैं स्कूल से लौट रहा था और एक साँप से एक साँप देखा था, मैंने इसे उठाया और घर ले लिया।' इसी के बाद से ये सिलसिला शुरू हो गया और सुरेश बड़े बड़े साँपों को पकड़ने लगे। वहीँ सुरेश ने सांपों का अध्ययन करने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का फैसला किया।
उसके बाद से, उन्होंने पूरे केरल की यात्रा की है, जिससे सांपों और अन्य जंगली प्राणियों को बचाने के लिए मनुष्यों के साथ संघर्ष किया। उनके परिवार ने इस काम में उनका काफी साथ दिया और समर्थन भी किया। सुरेश कहते हैं, शुरुआती दिनों में मेरी मां और भाई-बहन ने जो जोखिम उठाया था, उसका विरोध किया था। अब जब से उन्होंने महसूस किया है कि वे मुझे नहीं बदल सकते हैं, तो मेरा परिवार मेरे काम के साथ ठीक है।