38 दिनों तक समुद्र फंसा रहा लड़का, जिन्दा रहने के लिए करता था ये काम
क्या हो यदि आप बीच समुद्र में फंस जाएं. निकलने का कोई रास्ता ही ना मिले. एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ. परिवार के साथ वह दुनिया की सैर पर निकला गया था. एक दिन अचानक शार्क ने उनकी नाव पर अटैक कर दिया. नाव पलट गई और सभी लोग समुद्र में फंस चुके है. 38 दिनों तक पूरा परिवार जान बचाने के लिए लड़ाई लड़ता रहा. जिंदा रहने के लिए कछुए का खून पिया, शार्क का मांस खाया. अब यह कहानी पूरी दुनिया के सामने आ गई है.
डगलस रॉबर्टसन (Douglas Robertson) तब सिर्फ 18 वर्ष के थे, जब उनकी नाव समुद्र में डूब गई थी. डगलस ने कहा है कि, बात 1971 की है. पूरा परिवार विश्व की सैर पर निकल गया था. गैलापागोस आइलैंड से तकरीबन 200 मील दूर हमारी नाव पर ओर्का व्हेल ने अटैक कर दिया. नाव डूब गई. हमारे साथ मां-पापा, दो जुड़वां भाई नील और सैंडी थे, जिनकी आयु महज 11 वर्ष थी. खतरा देखकर पापा ने हिम्मत बधाई. कहा-जब तक हम जमीन पर न पहुंच जाएं तब तक जिंदा रहने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा. हमारे पास एक छोटी सी डोंगी थी, उसी से आगे चलने लगे.
मछलियों को पकड़ना नहीं, उनका शिकार करना: खबरों का कहना है कि डगलस ने कहा है कि उनके पिता ने जिंदा रहने के कुछ तरीके सिखाए. कहा, पीने के लिए बारिश के पानी को कैच कर लें. हमें मछलियों को पकड़ना नहीं है, उनका शिकार करना है. वे अंत तक लड़ेंगे लेकिन हमें मार डालना है क्योंकि हमारे भोजन का वही एक माध्यम है.
हमारे लिए यह भयानक परीक्षा थी. मैनें पापा से कह दिया कि अब जिंदा रहना संभव नहीं. पर पापा सख्त थे और उन्होंने कहा-कुछ वक़्त के उपरांत हम जमीन पर होंगे. तब तक हमें जिंदा रहना पड़ेगा.