आखिर क्यों खिलाड़ी मैदान में अपने मुंह पर लगाते हैं सफेद क्रीम?
अक्सर क्रिकेट मैच में आपने बहुत कुछ देखा होगा और यह भी देखा होगा कि कई खिलाड़ी अपने मुंह पर सफेद क्रीम लगाए हुए दिखाई देते हैं। हालाँकि क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं?
अगर नहीं तो आज हम आपको बताते हैं। जी दरअसल क्रिकेटर्स के मुंह पर जो सफेद रंग की क्रीम आप देखते हैं तो वो जिंक ऑक्साइड होती है, जिसे फिजिकल सनस्क्रीन भी कहा जा सकता है। ये चेहरे पर रिफलेक्टर का काम करती है। आपको यह भी बता दें कि क्रिकेटर्स धूप से बचने के लिए इसका सहारा लेते हैं। इससे सूर्य की सीधी पड़ने वाली किरणों से उनकी स्कीन का बचाव होता है।
जी दरअसल ये सूर्य की यूवीए और यूवीबी किरणों से बचाव करती है। आपको यह भी बता दें कि ये क्रीम स्कीन पर प्रोटेक्टिव लेयर बना लेती है, जिससे सूर्य की किरणे सीधे स्कीन पर नहीं लगती है। इसी के साथ ये सन स्क्रीन से अलग होती है, क्योंकि आम तौर पर लगाई जाने वाली सनस्क्रीन कैमिकल सनस्क्रीन होती है, जो बॉडी द्वारा सोख ली जाती है। लेकिन, क्रिकेटर्स जिंक ऑक्साइड का इस्तेमाल करते हैं।
जी दरअसल इस क्रीम को बॉडी ऑब्जर्व नहीं करती है और क्रिकेटर्स जब लंबे समय तक सूरज की सीधी रोशनी में खेलते हैं तो उनकी स्कीन पर असर नहीं पड़ता है। जी हाँ और रिफलेक्टिव फिजिकल सन स्क्रीन का इस्तेमाल क्रिकेटर्स करते हैं।
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