इन तस्वीरों को देखकर खो जायेंगे आप अपने बचपन में
घर के बड़े-बुजुर्ग व्यक्ति परिवार की नीव होते है. उनके बिना पूरा परिवार अधूरा सा होता है. बुजुर्गो का आशीर्वाद ही बच्चो को सबसे ज्यादा सफलता दिलाता है. बचपन में तो हर बच्चा अपने दादा-दादी के पास रहने के लिए, उनके साथ समय बिताने के लिए तरसता है. गर्मी की छुट्टियों में नाना-नानी के घर जाने का एक्साइटमेंट भी कुछ और ही होता है.
ग्रैंड पेरेंट्स के बिना तो बचपन ही अधूरा रह जाता है. उनके साथ सैर पर जाना, अच्छी-अच्छी कहानियां सुनना ये सभी लम्हे हमें बड़े होने के बाद याद आते है और फिर हम कहते है कि काश हमें हमारा बचपन फिर से मिल जाये. घर में जो प्यार जो दुलार बच्चो को बड़े बुजुर्गो से मिलता है वो किसी और से नहीं मिल सकता. ग्रैंड पेरेंट्स के बिना तो शायद आपने बचपन का सबसे अच्छा पल खो दिया. आज हम आपको ऐसी ही कुछ खास तस्वीरें दिखा रहे है जो आपको अपने बचपन में ले जाएगी.
बचपन में अगर आप सभी भी अपने ग्रैंड पेरेंट्स के साथ शाम के समय पर सैर करने गए होंगे तो इस तस्वीर को देखकर जरूर आपको भी वो पल याद आ गए होंगे.
दुनिया में चाहे कोई कितना भी अच्छा खाना क्यों ना पकाता हो लेकिन दादी और नानी के हाथो के खाने जितना टेस्टी खाना कोई नहीं बना सकता है.
हमारे बुजुर्ग हमें सबसे पहले परिवार के संस्कार सिखाते है. और किसी भी व्यक्ति के संस्कार उसके पारिवारिक माहौल को दर्शाते है.
वो टाइम तो आप सभी को याद ही होगा जब मम्मी-पापा खेलने जाने से मना कर देते थे तो दादी-दादी ही थे जो उनसे हमें खेलने जाने की परमिशन दिलाते थे.