OMG! आज से पहले कभी नहीं देखी होगी अपने खूनी झील
ये विश्व कितना अजीबोगरीब है इसका अंदाजा आपको तभी लगेगा जब आप इस दुनिया की विचित्र चीजों के बारे में जान जाएंगे. हर देश में कुछ न कुछ बहुत अनोखा होता है. कहीं ‘स्वर्ग का दरवाजा’ है तो कहीं ‘पाताल जाने का रास्ता’ है. आज हम आपको ऐसी ही एक विचित्र चीज के बारे में बताने जा रहे हैं जो विश्व की सबसे ठंडा स्थान यानी एंटार्कटिका (Red glacier Antarctica) में है. यहां सफेद के स्थान पर ‘लाल बर्फ’ (Blood red ice in Antarctica) दिखाई देती है इसमें से पानी की जगह ‘खून’ निकलता है!
खबरों का कहना है कि ‘ब्लड फॉल्स’ (Blood Falls) का राज सालों से वैज्ञानिकों को हैरान कर रहा था पर उन्होंने इसका सच एक रोज खोज ही निकाला इसके उपरांत लोगों को पता चला कि ये असल में लाल बर्फ या खून नहीं, सिर्फ प्रकृति के अनोखेपनके कारण से ऐसा है. टेलर ग्लेशियर (Taylor Glacier) के नाम से फेमस एंटार्किटका में एक ग्लेशियर है इसमें से लाल रंग निकलता दिखाई दे रहा है. ये मैक मर्डो ड्राय वैली में है और सबसे पहले इसे 1911 में खोजा गया था. दशकों तक वैज्ञानिक इसके राज को खोजने में लग जाते है.
वैज्ञानिकों ने सुलझा ली गुत्थी: हाल के वर्षों में यूनिवर्सिटी ऑफ अलास्का फेयरबैंक्स ने इस गुत्थी को सुलझा चुके है. शोध के मुताबिक लाल ग्लेशियर या बर्फ आज से नहीं, तकरीबन 15 लाख वर्ष से मौजूद है और ये लगातार जारी ऑक्सीकरण के कारण से है. दरअसल, इस घाटी में नमक के कारण से से खारा पानी है इसमें आयरन की मात्रा काफी ज्यादा है. ये एक बंद तालाब में है जिसमें धूप या ऑक्सीजन ठीक तरह से नहीं पहुंच पाते. इस वजह से इसमें उनकी मात्रा बहुत कम है.
इस कारण पानी का रंग है लाल: जब पानी का फ्लो हवा के ऑक्सीजन से संपर्क में आता है, तो उसमें मौजूद आयरन में ज़ंग लग जाता है इसके कारण से वो पानी के रंग को लाल करता है. इस क्षेत्र में लोग नहीं रहते हैं क्योंकि यहां का मौसम बहुत ही ठंडा है. ब्लड फॉल पहुंचने के लिए सिर्फ हेलीकॉप्टर ही एक मात्र ऑप्शन है जो अमेरिका के मैकमर्डो स्टेशन से भी मिल जाते है या फिर न्यूजीलैंड के स्कॉट बेस से मिल सकता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि उस पानी में कई जीवाणु रहते हैं जो उसी आयरन और सल्फेट की मदद से बढ़ते है.