उल्का पिंडके पत्थर से बना हुआ है ये पर्स, वजन है इतना की उठाना पढ़ता है महंगा
वैज्ञानिकों का दावा है कि धरती करोड़ों वर्ष पूर्व उल्का पिंड की निरंतर वर्षा से पानी इस धरती पर आया. सोचिए कि विश्व के किसी और कोने से उड़कर आपकी धरती पर पहुंचे पत्थर कितने खास होने वाले है! यदि यही पत्थर आपको मिल जाए तो आप क्या करने वाले है? बेशक आप इतनी अद्भुत चीज को सहेजकर रखना चाह रहे है. अब ये मुमकिन होने वाला है, पर उसके लिए आपको अपनी जेब ढीली करनी करनी पड़ जाएगी, वो भी इतनी की कई लोगों को तो शायद अपनी जिंदगी की सारी जमा पूंजी खर्च करना पड़ जाएगा. एक कंपनी ने अनोखा पर्स बनाया है जो असल के उल्का पिंड (Purse made with meteorite) से बना हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक फॉल-विंटर 2023 कलेक्शन के अंतर्गत कॉपर्नी (Coperni Meteorite bag) नाम की फ्रेंच फैशन ब्रांड कंपनी ने एक खास तरह के पर्स का निर्माण भी कर दिया है. ये पर्स दिखने में हूबहू उल्का पिंड जैसा है. इसका डिजाइन अंतरिक्ष से गिरने वाले पत्थरों के जैसा ही दिखाई दे रहा है. आप कहेंगे कि इसमें कौन सी हैरानी की बात है, ऐसा डिजाइन तो कोई भी बना सकता है. पर सच तो ये है कि ये बैग उल्का पिंड जैसा सिर्फ दिखता ही नहीं है, बल्कि उल्का पिंड (Meteorite bag price) से ही बना है!
55 हजार साल पहले गिरे पत्थरों से बना है बैग: बता दें कि मिनी मिटियोराइट स्वाइप बैग Mini Meteorite Swipe Bag का शेप ब्रैंड के अन्य स्वाइप बैग जैसा ही दिखाई देता है, बस फर्क इतना है कि ये बहुत रफ फिनिश वाला कहा जा रहा है. इसकी वजह से ये है कि इसे अंतरिक्ष के पत्थर से ही बनाया जा रहा है. बैग को सबसे पहले कॉपर्नी के ऑनलाइन स्टोर पर शोकेस किया गया था. कंपनी का दावा है कि इसे उन उल्का पिंडों से बनाया गया है जो धरती पर तकरीबन 55 हजार वर्ष पहले गिरे थे. हालांकि, हर बैग अलग पत्थर से बनाया गया है इसलिए उनका शेप भी अलग-अलग ही होता है.
कितने रुपयों का है बैग?: बैग का साइज 9x12x23 सेंटीमीटर है. पर वजन कुछ अधिक है. खाली बैग का वजन भी 2 किलो तक है. इसलिए बैग को उठाने के लिए आपको बहुत मजबूत जरुरी है. कंपनी ने कहा है कि उल्का पिंड हर ऑर्डर के लिए अलग-अलग मंगवाया जाता है और वो विश्व में कहीं से भी हो सकता है. ये सारे बैग नॉन-रिफंडेबल होते हैं. अब सवाल ये उठता है कि इसका दाम कितना है. ये बैग 35 लाख रुपये का है और इसका डिलिवरी टाइम 6 सप्ताह का बताया जा रहा है.