हर बेरोजगार की पहली पसंद है ये जेल
दिल्ली के कीर्ति नगर में एक ऐसा पुलिस स्टेशन भी है जो अपराधियों को पकड़ता है और उन्हें सुधारकर नौकरी भी दिलाता है. इस इलाके में ढाई सौ झुग्गी बस्तियां हैं, जहां जाने-अनजाने अपराध की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले नाबालिगों को थाने में ही पढ़ा-लिखाकर प्रशिक्षित कराकर नौकरी दिलाई जाती है.
थाने के एसएचओ की निगाहें लगातार सीसीटीवी की मॉनिटरिंग पर लगी रहती हैं जिसे देखकर वह बताते हैं कि दूसरी मंजिल पर करीब ढाई सौ नौजवान लड़के-लड़कियां बेसब्री से अपने अपने इंटरव्यू का इंतजार कर रहे हैं.
तीन महीने से यह युवा इसी थाने में कौशल विकास की ट्रेनिंग ले रहे थे. सालभर पहले चोरी के मामले में पकड़ा गया एक लड़का भी इंटरव्यू देने आया जिसने थाने में हार्डवेयर मैकेनिक का तीन महीने का कोर्स किया है.
इन्हीं में से एक युवती है जो पति के मर्डर के चलते जेल में बंद थी. घरवालों ने निकाल दिया था लेकिन अब वह एक बडे़ अस्पताल में नौकरी पर लग गई है.
एसएचओ अनिल शर्मा बताते हैं कि प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया के कार्यक्रम से जुड़कर वे इन बच्चों का प्रशिक्षण कराते हैं. अब तक रिस्पांस काफी प्रेरणादायक रहा है.