जल्द ही दुनिया से प्लास्टिक का नाम और निशान मिटा देगी ये चीज
लास्टिक आज विश्वभर में चिंता का विषय बन चुका है. वजह, इसे समाप्त करना आसान नहीं. प्लास्टिक के केमिकल पर्यावरण के लिए भी बहुत हानिकारक भी कहे जाते है. इनसे इंसान, जानवरों, पौधों और सभी जीवित चीजों को हानि भी पहुंचाने का काम करते है. प्लास्टिक को जलाने और फेंकने पर जहरीले केमिकल्स का उत्सर्जन होता है. पर क्या यह संकट अब हमेशा के लिए समाप्त होने वाला है? दरअसल, फिनलैंड के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे वनस्पति की खोज भी कर चुकी है जो प्लास्टिक का ऑप्शन बन सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इससे मेडिकल उपकरण, बॉडी आर्मर तक बना सकते हैं और वह भी प्लास्टिक की तरह बहुत कठोर.
खबरों का कहना है कि मशरूम के एक विशेष समूह की पहचान की जा चुकी है जो आगे चलकर प्लास्टिक के स्थान पर इस्तेमाल किया जाएगा. फोम्स फोमेंटेरियस (Fomes fomentarius) समूह के इस पौधे से मौजूदा वक़्त में कई देशों में टिंडर और चमड़ा तैयार करते है. पर नए रिसर्च में पता चला कि इसमें लाइफ चेंजिंग क्वालिटी हैं. यह फ्यूचरिस्टिक बॉडी आर्मर तक बना सकता है जो बहुत सख्त होता है. इससे विमानों का एक्सलेटर, विंडशील्ड, फर्श कोटिंग आदि बनाने की भी क्वालिटी भी बताई जा रही है.
प्लाईवुड या चमड़े जैसी ताकत: बता दें कि पेड़ों की सड़ी हुई छाल पर उगने वाला यह सख्त और घंटी के आकार का फंगस बताया जा रहा है . इंसान लंबे वक़्त से इसका प्रयोग भी कर रहे है. जंगलों में जब आग लगाने की बात आती थी तो इसका इस्तेमाल भी करते है. इसलिए इसे फायर स्टार्टर के रूप में भी पहचाना जाता है. टोपियों सहित कुछ कपड़ों को बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है. नए रिसर्च में फंगस के कुछ भागों में प्लाईवुड या चमड़े जैसी ताकत वाली संरचना पाई जा रही है. इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि यह लकड़ी या प्लास्टिक की तरह कठोर है और काफी हल्का है.