इन्दौरी तड़का : फरवरी बी चले गया और साला इस बार बी हम सिंगल ही रे गए
इन्दौरी तड़का : लो भिया आज तो बोत दुखी हूँ मैं। मैंने सोचा था फरवरी आएगा तो कोई लवर बन जाएगा लेकिन यहाँ देखो इस बार बी वई सिंगल। सोचा था कोई अच्छा सा लवर बन जाएगा जो साड़ी डिमांड्स पूरी करेगा लेकिन हुआ क्या घँटा। भिया कबि कबि लगता है प्यार ही सबकुछ है और प्यार के बिना बी कोई ज़िन्दगी है और कबि कबि लगता है हम सिंगल ही भले है ना कोई टेंशन ना कुछ ना कुछ। लेकिन भिया प्यार तो होना जरूरी है ना कैसे रे सकता है कोई प्यार के बिना। यार इस बार तो सिंगल हूँ। फरवरी बी चला जा रिया है प्यार का महीना कहलाने वाला फरवरी मेरे लिए और बेचारे सिंगल्स के लिए कोई मतलब का नी है। अपन सब बेचारे ऐसे ही रे जाएंगे रे कोई नी मिलेगा अपन को।
यार दोस्तों को बोलो की कोई सेट करा दो तो वो बी साले सब नाटक करते है। बोलते है हमारे तो लाले पड़ रिए है तेरा क्या करें। यार बड़े कुछ नी सब मोहमाया है कुछ नई होना है वई सिंगल रैना है ये दोस्त बी साले कबि काम नी आएँगे इनको तो बस ठूस दो तो खाने चले आएँगे लेकिन अगर आप उनसे बोलो की कोई फसवा दे तो इनके बहाने शुरू। यार बड़े कोई तो जुगाड़ करो अब तो फरवरी बी जा रिया है बिन लवर बनवाए आप ही कुछ जुगाड़ करके कोई लवर बनवा दो ना यार। भिया अब भोत रे लिए सिंगल अब नई रिवाए जाता।
इंदौरी तड़का : भिया अब वेलेंटाइन्स के बाद तो सारे महांकाल के आसिक नजर आएँगे इंदौर में
इन्दौरी तड़का : अबे अबी तो इस गाड़ी पर तीन और आ जाएंगे
इंदौरी तड़का : तो बोलो हर हर हर... !
इन्दौरी तड़का : इंदौरियों की जान है राजवाड़ा और पोहा जलेबी