इन्दौरी तड़का : बड़े शादीशुदा लोगों की जिंदगी कभी सई साट नी रेती
Indori Tadka : हाँ भिया अब तो मेको ऐसा ही लगता है की दुनिया में अगर किसी की ज़िंदगी एकदम सई साट है ना तो वो सिंगल लोगो की। मस्त लाइफ एकदम झक्कास। थोड़ी पढ़ाई की टेंशन, थोड़ी कोई और थोड़ी चिक चिक। और बस घर में रेना कमाना खाना सो जाना और मजे करना, घूमना। ज़िंदगी के असली मजे तो इन्ही के है बॉस। लपक के ज़िंदगी जियो। और बात कर लो शादीशुदा लोगो की तो उनको को देखा है मैंने उनको सबसे जादा टेंशन रेती है बेचारे घर में बीबी की सुनते है ऑफिस में बॉस की, पड़ोसी की, अपने बच्चे की मतलब कबि सुनाने का मौका मिलता ही नी है उनको बस सुनते है और सारी ज़िंदगी सुनने में ही निकल जाती है। हर तरह बस टेंशन ही टेंशन मतलब बॉस बस टेंशन में ही ज़िंदगी बीत री है उनकी तो। सब के सब रोते ही नजर आते है किसी की ज़िंदगी सेट ना नजर आती है। बड़े क्या बोलू अब सब ऐसे ही है।
जित्ते बी शादीशुदा लोग मिलते है सब के सब ऐसे ही है कोई की ज़िंदगी सई साट नई चल री है। ऊपर से घर की मगजमारी होती है वो अलग, ऑफिस की होती है वो अलग, रास्ते में ट्रेफिक में फंसने पर होती है वो अलग मतलब ज़िंदगी मगजमारी बनके रे गई है इन लोगो की। वई सिंगल लोगो को तो बस मजे करना है खाना, पढ़ना, घूमना , सोना, पार्टी करना बस कोई दिक्क्त है ही ना ज़िंदगी में। लपक मजे ही मजे एकदम सई साट है सिंगलों की लाइफ। बेचारे दुखी है तो शादीशुदा लोग।