230 मीटर तक गहरी है यह झील लेकिन नहीं चला सकते इस पर नाव
आज हम आपको एक ऐसी झील के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत पुरानी है लेकिन वहां आप नाव भी नहीं चला सकते हैं. जी हाँ, पामीर के पठार के पहाड़ों के बीच, समुद्र तल से करीब 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर कराकुल झील है. आपको बता दें कि ये दक्षिण अमरीका की मशहूर टिटिकाका झील से भी ऊंचाई पर है और ये विशाल झील, करीब ढाई करोड़ साल पुरानी है. मिली जानकारी के मुताबिक कराकुल झील 380 वर्ग किलोमीटर में फैली है और जहाँ तक यह फैली है वह के कई कई जगहों पर ये 230 मीटर तक गहरी है.
कहा जाता है ब्रितानी नक्शानवीसों ने इस झील का नाम महारानी विक्टोरिया के नाम पर रखा था लेकिन बाद में सोवियत संघ ने इसका नाम कराकुल यानी काली झील रख दिया. आप सभी को बता दें कि कराकुल झील एशिया की सबसे खारी झील है और इस झील के पानी में इतना नमक है कि इस में एक खास तरह की मछली के सिवा कोई जीव नहीं पाया जाता. कहा जाता है कराकुल झील में केवल स्टोन लोच नाम की मछली ही पायी जाती है, जो बलुआ तलछट वाली झीलों में आबाद हो सकती है. वैसे कराकुल में जीव नहीं मिलते हैं लेकिन इसके बीच में निकल आए द्वीपों और आस-पास के दलदली किनारों पर दूर-दूर से परिंद आते हैं.
कहा जाता है इनमें हिमालय पर्वत पर रहने वाले बाज और तिब्बती तीतर शामिल हैं और कराकुल झील इतनी खारी है कि इसमें नाव चलाना नामुमकिन है. जी दरअसल अगर आप इसमें नाव चलाने की कोशिश करेंगे, तो उसके उलटे हो जाने की पूरी उम्मीद है. इस झील के बारे में बहुत सी बातें हैं जो रहस्यों से भरी है.
कभी 1500 थी इस देश की आबादी, इस वजह से एक रात में पहुंची तीस हजार के पार
इस महिला ने करवाया है हाथ में दो चिप इम्प्लांट
इस देश के मेयर बने सात महीने के विलियम चार्ल्स