अच्छा भाई तो इस वजह से ऑफिस में खाने के बाद आने लगती है नींद
खाना खाया नहीं कि नींद आने लगती है और ऐसा ऑफिस में होता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों खाना खाने के बाद ऑफिस में आती है नींद.
आख़िर ऐसा होता क्यों है? - सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक़, लंच के बाद नींद आना नॉर्मल है. वहीं इसे लेकर कई लोगों को ऐसा लगता है कि ऐसा खाने की वजह से होता है वहीं कई लोगों को लगता है कि ब्लड फ़्लो ब्रेन से शिफ़्ट होकर पेट की तरफ़ हो जाता है ताकी हज़म करने में मदद मिले. वैसे तो यह सुनने में अजीब नहीं है? क्योंकि अगर ऐसा होता तो सुबह और रात के भोजन के बाद भी नींद आती. वहीं कई लोग कहते हैं खाने में कुछ ऐसे Elements होते हैं जिससे नींद आती है. जैसे- काफ़ी कम मात्रा में Melatonin. वैसे तो Melatonin हमारे नींद की टाइमिंग के लिए ज़रूरी है पर खाने में मौजूद Melatonin का हमारी नींद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. वैसे अगर बात सच की करें तो सच में खाने के बाद नींद आने का खाने से कोई ताल्लुक़ नहीं है बल्कि ये लोगों की सोने की प्रवृत्ति पर निर्भर करता है.
जी हाँ, वहीं इसके पीछे 2 Phenomena हैं-
पहला है Homeostatic Sleep Drive- जी दरअसल ब्रेन में Adenosine केमिकल के Build up की वजह से ये स्लीप ड्राइव होती है. सोने से पहले ये शीर्ष पर पहुंचती है पर ये दोपहर में भी शीर्ष पर होती है. ऐसे में जो व्यक्ति जितना जागता है उसके अंदर Adenosine की मात्रा उतनी ज़्यादा होती है.
दूसरा है Circadian- आपको बता दें कि यह Alerting Signal का पैटर्न है. यह हमें जगाए रखने के लिए पूरे दिन बढ़ता रहता है और Adenosine के लेवल को Counter करता है. वहीं दोपहर के वक़्त इसमें कमी आने लगती है इसी करण नींद आने लगती है.
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