इन्दौरी तड़का : छोटे तूने मेरी अंडरवियर कैसे पेन ली उतार जल्दी
भिया राम कैसे हो चकाचक। भैया आज हम बात कर रिए इन्दोरी भाई भेनो की। जो हर वक्त बस एक दूसरे से लड़ते ही रेते है भिया इंदौर एक किसी भी घर में चले जाओ भई भेन हो या भेन भेन हो सब के सब लड़ते हुए ही नजर आएँगे। यहाँ पे जब एक को माँ या पापा से डांट पड़ती है ना तो दुसरा जोर जोर से हंसता है वो बी परदे के पीछे छुपकर इससे बेहरे डांट पड़ने वाले को बी हंसी आ जाती है और फिर उसकी लपककर सुताई होती है। पापा कहते है नालायक इत्ती डांट पड़ रही हैं फिर बी हंसी आ रहीं है। मतलब यहाँ पे भेन भेन को और भई भई को कबि खुश नी देख सकते। हर कोई एक दूसरे को डांट पढ़वाने में लगे रेते है। बड़े ये इंदौर है यहाँ पे गलती एक की होती है और सुनना सारे भई भेनो को पड़ता है।
और उसमे बी कोई रोता नी है बस सब एक दुस्तरे से पूछते है की काण्ड करे किसने थे। यहाँ पे घर लेट आओ तो डांट पड़ती है। यहाँ पे ज्यादा देर तक टीवी देख लो तो दांत पड़ती है, और इन सबके पीछे होते है घर में सबसे ज्यादा लाड प्यार पाए जाने वाले भई भेन। भैया यहाँ पे जो सबसे जादा लाड का होता है न उसी की सुनी जाती है बाकी को तो ऐसा लगता है जैसे कबाड़ में से उठाकर लाए हो। भैया कोई नी यहाँ पे सारे भई भेन एक जैसे है अगर एक भई ने गलती से दूसरे भई की अंडरवियर बी पेन ली ना तो वो बी उतरवा ली जाती है। भैया क्या करें यहाँ पे इनसे ही जताया जाता है भई-भेन और भेन-भेन का प्यार।