90 के दशक वाले इन डिटेक्टिव्स को भूले तो नहीं आप
चाचा चौधरी
इनके किस्से तो सबमे निराले है ये काफी समझदार हुआ करते थे और हर केस को चुटकियों में सुलझा देते थे।
इस खुबसूरत शहर में नहीं है बोलने की अनुमति..
भविष्य वाकई में उज्जवल हो जाएगा अगर हुआ ये तो
रिवाज नहीं मज़बूरी में इन लोगो को खाने पड़ते है चूहे और घोंघे